W7s news,,,कोकराझार 23 फरवरी : बीटीआर प्रमुख प्रमोद बोरो ने उल्लेख किया कि बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के शिक्षा क्षेत्र ने शिक्षा पाठ्यक्रम के अभिन्न अंग के रूप में अंतरिक्ष शिक्षा के दायरे को बढ़ाने के लिए क्षेत्र में दस अंतरिक्ष प्रयोगशालाएं स्थापित करने के निर्णय के साथ एक नया मील का पत्थर छुआ है। बोरो बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) और इसरो के क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण भागीदार व्योमिका स्पेस लैब्स के बीच बोडोफा सांस्कृतिक केंद्र कोकराझार में एमओयू हस्ताक्षर समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने उल्लेख किया कि अंतरिक्ष अन्वेषण के बारे में जिज्ञासा जगाने, अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में सीखने को बढ़ावा देने और बीटीआर के सरकारी स्कूलों के प्रतिभाशाली, युवा छात्रों में से अगली पीढ़ी के अंतरिक्ष उत्साही लोगों को प्रेरित करने के लिए बीटीआर में स्पेस लैब स्थापित की जाएंगी।
भारत की समृद्ध विरासत और वर्ष 2035 तक एक अंतरिक्ष स्टेशन बनाने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए, बोरो ने उल्लेख किया कि अंतरिक्ष शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, न केवल वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की अगली पीढ़ी के पोषण के लिए बल्कि महत्वपूर्ण सोच पैदा करने के लिए भी। बहु-विषयक सहयोग, एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य, और ब्रह्मांड में हमारे ग्रह के स्थान की गहन समझ।
इसरो के अध्यक्ष एसपी सोमनाथ ने भी 1000 से अधिक छात्रों और शिक्षकों की सभा को वर्चुअली संबोधित किया।
एमओयू में उल्लिखित उद्देश्यों में बीटीआर के छात्रों के लिए अंतरिक्ष शिक्षा मंच प्रदान करना, नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के संपर्क में आना, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अध्ययन को बढ़ावा देना, इसरो के वैज्ञानिक शैक्षिक कार्यक्रम के बारे में बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के शिक्षकों को प्रशिक्षण देना शामिल है।
समारोह में इसरो के पूर्व मिशन निदेशक टीके सुंदरमूर्ति, व्योमिका स्पेस लैब्स के सीईओ गोविंद यादव, बीटीसी आकाशदीप के प्रधान सचिव और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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