W7s news,,ग्वालपाड़ा, 30 अप्रैल: सतत इथेनॉल उत्पादन में अग्रणी कंपनी सीस बायोटेक प्रा. लि. ने ग्वालपाड़ा के मटिया के औद्योगिक विकास केंद्र स्थित ग्वालपाड़ा इथेनॉल फैक्ट्री में अपने नए प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में ग्वालपाड़ा जिला आयुक्त खनिंद्र चौधरी के अलावा वन विभाग, स्थानीय प्रशासन, उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि जिला आयुक्त खनिंद्र चौधरी ने आधिकारिक तौर पर भवन का उद्घाटन किया और वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की, जो स्थिरता और सामुदायिक जुड़ाव के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सीस बायोटेक के मुख्य संयंत्र के सफल संचालन के बाद यह संभव हो पाया है, जो 140 किलो लीटर प्रति दिन ईंधन-ग्रेड इथेनॉल का उत्पादन करता है। इस सुविधा में 200 से अधिक प्रत्यक्ष और 100 से अधिक अप्रत्यक्ष स्थानीय कर्मचारी कार्यरत हैं, जो असम के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे रहे हैं।
सीस बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक समर्थ हरलालका ने कहा, "इस प्रशासनिक भवन का निर्माण हमारी टीम के लिए विश्व स्तरीय कार्य वातावरण बनाने की, दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। यह हमारे विश्वास को दर्शाता है कि मजबूत बुनियादी ढाँचा और सहायक कार्यस्थल नवाचार और विकास के लिए आवश्यक हैं।" उन्होंने राज्य के दूरदर्शी एवं ऊर्जावान मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व वाली असम सरकार को यहाँ उद्योग स्थापित करने हेतु वातावरण प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया।
सीस बायोटेक की इथेनॉल सुविधा अपने कार्बन-नकारात्मक संचालन के लिए जानी जाती है। यह भारत में पहला ऐसा संयंत्र है, जिसमें लैम्बियन-थर्मैक्स से 100% बांस-ईंधन वाला आरजी बॉयलर स्थापित किया गया है, साथ ही स्थानीय अनाज सोर्सिंग के प्रति प्रतिबद्धता है, जो किसानों का समर्थन करता है और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाता है।
श्री हरलालका ने कहा, "हरित ऊर्जा की लहर यहाँ है, और हमें इसके अग्रणी होने पर गर्व है।" "हरित गतिशीलता को पुनर्परिभाषित करने" के दृष्टिकोण के साथ, सीस बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड अक्षय ऊर्जा में नवाचारों का नेतृत्व कर रहा है, तथा असम और उसके बाहर सतत औद्योगिक विकास को बढ़ावा दे रहा है।
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