लुब ने की 30 अक्टूबर से भारत औद्योगिक मेले की घोषणा
W7s news,,गुवाहाटी, 3 सितंबर: आईआईएफ 2022 की सफलता के बाद एक बार पुनः लघु उद्योग भारती (एलयूबी) पूर्वोत्तर की ओर से भारत औद्योगिक मेले (आईआईएफ) 2025 का आयोजन किया जाएगा। इस बात की आधिकारिक घोषणा आज आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में लुब पूर्वोत्तर के पदाधिकारी ने की। पत्रकार सम्मेलन में लुब पूर्वोत्तर की ओर से आशीष देवड़ा, मनोज लुंडिया, पार्थ प्रतिम पाठक, प्रमोद मौर, रवि सुरेका सहित कईअन्य कार्यकारी सदस्य मौजूद थे।
आगामी 30 अक्टूबर से 2 नवंबर 2025 तक खानापाड़ा स्थित वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आईआईएफ आयोजित किया जाएगा।
लुब, जिसके 695 जिलों में 55,000 से अधिक सदस्य और पूर्वोत्तर में 850 से अधिक सदस्य हैं ओर यह संस्था देश भर में उद्यमिता और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा और असम के उद्योग मंत्री बिमल बोरा के मुख्य संरक्षण में, आईआईएफ 2025 उत्तर पूर्व का सबसे बड़ा औद्योगिक मेला होगा, जिसमें 50,000 से अधिक आगंतुकों, वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों, नीति निर्माताओं और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद है।
एआई, ड्रोन, ईवी, रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, हथकरघा और हस्तशिल्प, पर्यटन और स्टार्ट-अप जैसे क्षेत्रों में 500 से अधिक स्टॉलों के साथ, इस आयोजन में बी2बी और बी2जी संवाद, निवेशक शिखर सम्मेलन, आईआईटी गुवाहाटी के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सत्र, निर्यात संवर्धन कार्यशालाएँ और औद्योगिक सुधारों पर नीतिगत संवाद आयोजित किए जाएँगे।
आईआईएफ 2025 मौजूदा व्यवसायों के विकास को गति प्रदान करेगा और साथ ही व्यवसाय नियोजन, वित्तपोषण और बाजार पहुँच पर विशेषज्ञ सत्रों के माध्यम से महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए अवसर खोलेगा। महिला उद्यमियों, स्टार्ट-अप और कारीगरों के लिए समर्पित मंच सहयोग को बढ़ावा देंगे, जबकि अपशिष्ट से धन, नवीकरणीय ऊर्जा और हरित प्रथाओं पर सत्र सतत विकास को बढ़ावा देंगे। हाल ही में संपन्न हुए एडवांटेज असम 2.0 में एमएसएमई भागीदार के रूप में, लुब ने औद्योगिक परिवर्तन और एमएसएमई सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
लुब पूर्वोत्तर की ओर से उद्यमियों और सभी पूर्वोत्तर राज्य सरकारों को आईआईएफ 2025 में समर्पित मंडपों के साथ ओडीओपी पहलों में भाग लेने और प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया गया हैं, जो इस क्षेत्र के औद्योगिक भविष्य को आने वाले समय के लिए एक मजबूत आकार देंगे। आईआईएफ असम और पूर्वोत्तर के औद्योगिक परिदृश्य को निकट भविष्य बदलने में एक मील का पत्थर साबित होगा।
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