सरकारी विद्यालयों के उत्थान में संस्थाओं का जुड़ाव जरूरी राज्यपाल ने किया : राज्यपाल
W7s news,,गुवाहाटी 19 मई। सरकारी विद्यालयों में उत्थान के लिए गैर सरकारी संस्थाओं का जुड़ाव जरूरी है। ताकि विद्यालयों में किसी भी चीज की जरूरत पड़ने पर संस्था के सहयोग से समय पर उसे पूरी की जा सकती है। सरकारी प्रक्रिया लंबी होने के चलते समय पर उसे पूरा नहीं किया जा सकता ऐसे में संस्थाओं के विद्यालय से जुड़े रहने से उसे पूरा किया जा सकता है। यह बातें राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने रविवार को रोटरी क्लब ऑफ गुवाहाटी मेट्रो द्वारा रेहाबाड़ी स्थित आर्य पाठशाला के नवीनीकरण के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि क्लब की ओर से विद्यालय का नवीनीकरण किया गया है। लेकिन अब शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि इसके रख रखाव पर भी ध्यान दे। वही क्लब के सदस्य की भी सदस्यों की भी जिम्मेदारी है कि समय-समय पर वह लोग भी आकर विद्यालय का निरीक्षण करें एवं जरूरत अनुसार हर संभव सहयोग प्रदान करें। राज्यपाल ने हैप्पी स्कूल के रूप में नवीनीकरण हुए आर्य पाठशाला का उद्घाटन किया। इस मौके पर रोटरी मेट्रो के अध्यक्ष आरपी सुरेका, उपाध्यक्ष विजय जसरासरिया, सचिव शंकर लाल अग्रवाल के अलावा उद्घाटन समिति के सदस्य अरुण शर्मा, दिनेश मंगलुनिया, सतीश कसेरा, राजीव चांडक के प्रयासों से उद्घाटन समारोह सफल रहा।
सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति सभी रोटरी सदस्यों की प्रतिबद्धता रोटरी के आदर्श वाक्य "स्वयं से ऊपर सेवा" का उदाहरण है।
बैठक में गणमान्य व्यक्ति, रोटेरियन, छात्र और समाज के लोग उपस्थित थे। अध्यक्ष श्री सुरेका ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि आर्य पाठशाला, एक सरकारी प्रोविजनल असामिया प्राइमरी स्कूल है । इसकी स्थापना आज़ादी के पहले 1935 में शहर के मध्य में रिहाबारी, गुवाहाटी में हुई थी।
रोटरी क्लब ऑफ गुवाहाटी मेट्रो ने इसे रेनोवेट करके इसे "हैप्पी स्कूल" में परिवर्तित किया है।
राज्यपाल, गुलाब चंद कटारिया, मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित हुए।
उनका अपने अत्यंत ब्यस्त समय में इस स्कूल का उद्धघाटन करना, उनके मन में शिक्षा के प्रति अगाध प्रेम दर्शाता है।
उन्होंने रोटरी द्वारा निर्धारित सभी मापदंडों को पूरा करके स्कूल को 'एक खुशहाल स्कूल' बनाने का अद्भुत सामाजिक कार्य करने के लिए रोटरी क्लब ऑफ गुवाहाटी मेट्रो की बहुत सराहना की।
हैप्पी स्कूल एक ऐसा स्कूल है, जहां शिक्षा प्राप्त करने पर छात्र को खुशी महसूस होगी और उस स्कूल में पढ़ने पर गर्व महसूस होगा।
नवीनीकरण के बाद, छात्रों का स्कूल छोड़ना और अनुपस्थिति में भारी कमी आती है।
नवीनीकरण परियोजना में स्कूल के बुनियादी ढांचे के प्रमुख क्षेत्रों को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिसमें स्वच्छ पेयजल सुविधाएं, डेस्क और बेंच की मरम्मत और पेंटिंग, क्लास रूम का नवीनीकरण, लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालयों के साथ आधुनिक शौचालय सुविधाएं, खेल, बागवानी के लिए क्षेत्र विकसित करना और स्कूल की समग्र पेंटिंग आदि शामिल है।
10 लाख से अधिक की लागत से यह विद्यालय राज्य का आदर्श प्राथमिक विद्यालय बन गया है। मुख्य प्रायोजक के रूप में क्लब के अध्यक्ष आरपी सुरेका और उपाध्यक्ष विजय जसरासरिया के उदार वित्तीय योगदान से क्लब इस परियोजना को पूरा करने में सफल हो सका। श्री बिजय सराफ-अध्यक्ष सामुदायिक सेवा, श्री अशोक कुमार गोयल, श्री रवि एस.दत्ता के समर्पित प्रयास ने हैप्पी स्कूल के सपने को हकीकत में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गौरतलब है कि गांव से गुवाहाटी शहर में लोगों की भारी आमद होती है। वे बहुत कम वेतन पर काम करते हैं और निजी स्कूलों का खर्च वहन नहीं कर सकते।
इसमें कोई शक नहीं कि सरकार स्कूलों पर बहुत पैसा खर्च करती है। लेकिन ऐसा महसूस किया जा रहा है कि इलाके के लोगों और रोटरी, लायंस जैसे अंतरराष्ट्रीय सामाजिक क्लबों को सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए आगे आने की बहुत जरूरत है। क्लब के अन्य प्रोजेक्ट्स जैसे की कृत्रिम पैर लगाने की, आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को 10 महिलाओं के बैच में सिलाई मशीन पर 3 महीने का प्रशिक्षण देने और प्रशिक्षण के बाद मुफ्त सिलाई मशीनें देने की, कैंसर का पता लगाने और स्वास्थ्य जांच शिविर की, और सड़क किनारे फलदार ग्राफ्टेड वृक्षारोपण की और विभिन्न सामाजिक परियोजनाओं की भूरी भूरी प्रशंसा की।
रोटरी क्लब ऑफ गुवाहाटी मेट्रो के अध्यक्ष श्री आर. पी. सुरेका ने असम के माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया की उपस्थिति में दर्शकों को सूचित किया कि उनका रोटरी क्लब आईओसी लिमिटेड के सीएसआर के तहत कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में एक मेगा प्रोजेक्ट लेने की प्रक्रिया में है। स्मार्ट विज़न ग्लास, एक उपकरण है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करता है। यह परियोजना नेत्रहीन छात्रों के लिए जीवन बदलने वाली होगी क्योंकि वे 73 क्षेत्रीय भाषाओं और भारतीय लहजे में अंग्रेजी किताबें पढ़ सकेंगे।इसमें कई और विशेषताएं भी हैं कई अन्य विशेषताओं में।
उन्होंने असम सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता निदेशक श्री भास्कर ज्योति महंत की सराहना की। लाभार्थियों की सूची संकलित करने और उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की।
उन्होंने यह भी बताया कि एक अन्य परियोजना के लिए क्लब ने अमेरिका में निर्मित कार्यात्मक कृत्रिम हाथ अंग (एलएन4) को लगाने के लिए पंजीकरण करना शुरू कर दिया है। इससे लाभार्थी रोजमर्रा के काम सुचारु रूप से कर सकेंगे। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि यदि कोहनी के नीचे हाथ का आकार 4 इंच से अधिक है तो नाम दर्ज करायें। पंजीकरण जयपुर फुट, जीएमसी रोड, कचहरी बस्ती, गणेशगुड़ी पर किया जा सकता है।
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