सहयोगी श्रमिकों का अभिनंदन कर जताई उनके प्रति कृतज्ञता
W7s news,,गुवाहाटी, 11 दिसंबर: गुवाहाटी की सबसे पुरानी फर्मों में से एक, फैंसी बाजार में स्थित ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर गर्व से अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रहा है, जो व्यापार जगत में बहुत ही काम देखने व सुनने को मिलता है। पिछले 50 वर्षों से गनेरीवाल परिवार की चार पीढ़ियां असम सहित पूर्वोत्तर के लोगों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध कराते आ रहा है। उन्होंने ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर की एक विनम्र शुरुआत वर्ष 1974 में आज ही के दिन हुई थी। पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध "बिन्नी लिमिटेड" के केसमेंट, पॉपलिन, सूटिंग और शर्टिंग, कॉटन ड्रिल आदि उत्पादों के थोक वितरक के तौर पर गुवाहाटी के ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर को चुना था। व्यवसाय जगत में गरिमामय पांच दशक पूरा करना ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर की निष्ठा, ईमानदारी एवं उल्लेखनीय यात्रा को दर्शाता है। ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर की स्थापना 1974 में केशरीनंदन गनेरीवाल और उनके बेटे रवींद्र गनेरीवाल ने की थी, जिन्होंने उसे दौर में एक साहसी व्यापारिक यात्रा शुरू की, जिसने ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर की स्थापना की एक मजबूत नींव रखी। रवींद्र गनेरीवाल के निधन के बाद उनके बेटे मृणाल गनेरीवाल ने कपड़ा उद्योग में विभिन्न उतार-चढ़ाव के बीच अपने पारिवारिक व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अब उनकी चौथी पीढ़ी मृणाल गनेरीवाल के दो पुत्र नमीष व हर्षवर्धन गनेरीवाल भी अपने पारिवारिक कारोबार को आगे बढ़ाने में उनका सहयोग कर रहे हैं। ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर के 50 साल पूरे होने पर गनेरीवाल परिवार ने एक छोटा सा स्वर्ण जयंती समारोह आयोजित किया, जिसमें गनेरीवाल परिवार ने उन मजदूरों को सम्मानित किया, जो प्रतिष्ठा की स्थापना होने के बाद से जुड़े हुए हैं। पिछले 45 सालों से ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर से जुड़े मजदूर सरदार राम कुमार महतो सहित अन्य कुली एवं श्रमिकों का आज फूलन गमछा हुआ उपहार बैठकर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर श्री गिनेरिवाल ने कहा कि हमारी 50 वर्षों की यात्रा में जितने महत्वपूर्ण हमारे लिए व्यवसाय सहयोगी है उतने ही महत्वपूर्ण हमारे साथ जुड़े श्रमिक भी है। इसी को ध्यान में रखते हुए आज उनका अभिनंदन किया गया। उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही ईस्ट इंडिया सप्लाई सेंटर का मुख्य उद्देश्य यहां के लोगों को उचित दरों पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध कराना है जो आज भी जारी है। फिलहाल संस्थान कंबल, मच्छरदानी, पर्दे, तिरपाल, चादरें आदि का कारोबार से जुड़ा हुआ है।
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