पारंपरिक आयुर्वेद चिकित्सा से स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है : डॉ. मंदिरा बरुआ
W7s news,,गुवाहाटी, 7 दिसंबर। सामाजिक और सांस्कृतिक विकास संगठन शतशोर के तत्वावधान में बेतकुची स्थित मणिराम दीवान ट्रेड सेंटर में चल रहे राष्ट्रीय आरोग्य मेला का समापन रविवार को होगा। शतसारी की अध्यक्ष डॉ. मंदिरा बरुआ के नेतृत्व में आयोजित मेले में कई तरह की प्रतियोगिता, कविता पाठ आदि का आयोजन किया जा रहा है।
इसी क्रम में आयोजित कविता पाठ कार्यक्रम में अध्यक्ष डॉ. मंदिरा बरुआ ने अपने संबोधन में कहा कि आयुर्वेद में ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप पारंपरिक चिकित्सा के माध्यम से अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। उन्होंने अपने संक्षिप्त भाषण में उपस्थित कवियों को प्रोत्साहित किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन माजुली के कुमुद दास ने किया। इस कार्यक्रम में संबलपुर विश्वविद्यालय, उड़ीसा के गंगाधर मेहर राष्ट्रीय कविता पुरस्कार के विजेता प्रमुख कवि अनिसोज जमान और साहित्य अकादमी पुरस्कार के विजेता जयंत माधव बोरा ने भाग लिया। ‘मैं कवि क्यों बना’ अनीसोज जमान नेा एक असाधारण प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि काव्य का सृजन मातृभाषा से होता है जो ज्ञान प्राप्त करने के लिए विभिन्न भाषाओं का अध्ययन करने पर भी स्वत: ही आ जाता है। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से युवा पीढ़ी हमारी पुरानी कविताओं पर चर्चा नहीं करती।
कार्यक्रम का संचालन ज्योति बरुआ और रंद्विप सहरिया ने किया, जिसमें विभिन्न प्रदेशों एवं जिलों से आए लगभग 70 कवियों की भागीदारी रही। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मेले में आज पारंपरिक भारतीय चिकित्सा के वैज्ञानिक आधार और पुनरुद्धार पर एक विशेष सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार का संचालन गुवाहाटी विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डॉ. भवेन तांती ने किया। जालुकबाड़ी आयुर्वेदिक कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. बिष्णु प्रसाद शर्मा, अरुणाचल प्रदेश निर्जुली नेरिस्ट के वानिकी विभाग छात्र मामल के डीन पद्मराज गजोरेल, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अमल वाउरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम के संदर्भ में वरिष्ठ वैज्ञानिक हेमेन हजारिका ने जानकारी दी।
मेले के मुख्य सलाहकार मैनाक पात्रा ने बताया कि कार्यक्रम के निर्णायक के रूप में गायक गौतम शर्मा और सूर्या गोस्वामी उपस्थित थे। संचालन माजुली की रानी भगवती द्वारा किया गया। चार दिवसीय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मेले का समापन रविवार को होगा।
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