W7s news गुवाहाटी ::आज दिनांक 10 अक्टूबर को स्थानीय प्रेस क्लब में नूतन साहित्य कुंज साहित्यिक संस्था का अखिल भारतीय प्रथम अधिवेशन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में असम तथा असम के बाहर से अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकारों सहित कई गणमान्य सहभागी बने। पहले चरण में कुंज के चार दिवंगत आत्माओं के साथ ही लोकप्रिय गायक स्वर्गीय जुबिन गर्ग जी को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। फिर विशिष्ट अतिथियों द्वारा आसन ग्रहण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा.देवेन्द्र चन्द्र दास सुदामा, विशिष्ट अतिथि सुश्री नीरू सेठी, कार्यक्रम अध्यक्ष कुंज के छंद गुरु अमरनाथ अग्रवाल अमर्त्य, नूतन साहित्य कुंज संस्था अध्यक्ष डा.अवधेश कुमार अवध, कुंज की उपाध्यक्ष डा.ममता बेनर्जी मंजरी उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन किया गया तथा शंख ध्वनि ने वातावरण को सकारात्मक उर्जा से भर दिया। अगले क्रम में कई साहित्यकारों की पुस्तकों का विमोचन किया गया, जिनमें कुंज के अध्यक्ष डा. अवधेश कुमार अवध जी की पुस्तक पंचमुखी बालाजी भगवान, डोली शाह की पुस्तक 'अपनी कलम के कहार', अवनीत कौर दीपाली की पुस्तक 'मैं दीप नहीं दीपाली हूँ' ,ज्योति अग्रवाला की पुस्तक 'दोहार्णव' के साथ अमरनाथ अग्रवाल "अमर्त्य" आदित्य संस्कृति विशेषांक शामिल रहे। मंच का संचालन मालविका रायमेधि मेधा जी ने किया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। सरस्वती बंदना ध्रुवाक्षि तालुकदार ने की। डॉ गीता सहारिया, हेमलता गोलछा, डॉली शाह, डॉ स्मृति दास, डॉ मनीला कुमारी मानसी, जैस्मिन हुसैन, सुरिंदर सिंह, ज्योति अग्रवाला, पिंकी बजाज पारुल, डॉ किरण बिरला सोमानी, विमला शर्मा बोधा, सौमित्रम, कुमुद शर्मा,डॉ ममता बनर्जी मंजरी, डॉ अवधेश कुमार अवध, अमरनाथ अमर्त्य, मालविका राय मेधि मेधा, राम पारीक, विमल कयाल और अवनीत कौर दीपाली ने काव्य पाठ किया। धन्यवाद ज्ञापन अवनीत कौर दीपाली एवं राम पारीक ने संयुक्त रूप से किया। कवि सम्मेलन का संचालन कुमुद शर्मा ने किया। इस छः घंटे चले अधिवेशन का सकुशल और यादगार समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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