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W7s news,,गुवाहाटी, 13 अक्टूबर: यूनिसेफ इंडिया, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और सीआईआई-यंग इंडियंस (सीआईआई-वाईआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में असम के चाय बागानों और बाढ़-प्रवण क्षेत्रों की बालिकाओं को शिक्षा, सुरक्षित रहने और आजीविका में बदलाव लाने में मदद करने के संदर्भ में पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। इस मौके पर असम सरकार के मुख्य सचिव, डॉ. रवि कोटा, यूनिसेफ इंडिया के उप-प्रतिनिधि अर्जन डी वाग्ट, आईसीसी की ब्रांड एंबेसडर और दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी झूलन गोस्वामी, समग्र शिक्षा अभियान के निदेशक डॉ ओम प्रकाश, वाईआई की और से रौनक खेतावत ने उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया।
असम सरकार के मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा ने "पहले नींव, फिर कौशल" के महत्व पर जोर दिया और सीएसआर संसाधनों को सरकारी वितरण के साथ संरेखित करने का आह्वान किया। यूनिसेफ इंडिया के उप-प्रतिनिधि अर्जन डी वाग्ट ने आधारभूत शिक्षा और संख्यात्मकता (एफएलएन) और कार्य-योग्य कौशल पर जोर दिया। आईसीसी की एंबेसडर और दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी झूलन गोस्वामी ने आईसीसी × यूनिसेफ "प्रॉमिस टू चिल्ड्रन" प्रतिज्ञा के लिए परिवारों और प्रशंसकों को एकजुट किया।
इस मौके पर आयोजित पहले पैनल चर्चा में सीएसआर-राज्य अभिसरण के लिए व्यावहारिक सुझाव प्रस्तुत किए गए। दुसरे पैनल चर्चा में "हर कीमत पर अवधारण" से "लाभ के साथ अवधारण" पर वक्ताओं ने अपने विचार रखें।
इस दौरान वक्ताओं ने भविष्य में की जाने वाली कार्रवाई पर भी जमकर मंथन किया जिसमे चाय बागान समूहों और बाढ़-प्रवण ब्लॉकों में सीएसआर-समर्थित कार्य करने के लिए सहमति व्यक्त की गई। यूनिसेफ-सीएसआर एए अभिसरण की रीढ़ के रूप में कार्य करेगा। इस मौके पर एआईडीसी के प्रबंध निदेशक और सीईओ (अतिरिक्त प्रभार), सीएसआर एए मेघा निधि दहल ने अगले कदमों की घोषणा करके कार्यक्रम का समापन किया, जिसमें यूनिसेफ इंडिया के साथ साझेदारी शामिल थी।
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